उत्तर मध्य रेलवे
जनसम्पर्क कार्यालय
उत्तर मध्य रेलवे
प्रयागराज
पत्रांक:11पीआर/05/2021 प्रेसविज्ञप्ति दिनांक: 06.05.2021
रनिंग कर्मियों के लिए संगोष्ठी का आयोजन
उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मण्डल के रनिंग कर्मचारियों को संचालन के दौरान कोरोना से सुरक्षित रहते हुये संरक्षित संचालन करने हेतु लाबी, रनिंग रूम, इंजन, गार्ड ब्रेकवान सभी जगह सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जा रही है।प्रयागराज लाबी में टचलेस व्यवस्था के अंतर्गत शारीरिक तापमान, हस्त प्रक्षालन, हैण्ड सैनिटाइजेशन, श्वांस परीक्षण आदि भौतिक दूरी का ध्यान रखते हुये कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु विविध व्यवस्थाएं की गयी है। इसी क्रम मेंगर्म पानी, काढ़ा, भाप की भी संक्रमण बचाव हेतु व्यवस्था की गयी ।
इसी क्रम में आज दिनांक 06.05.2021 को लोको पायलटों में आत्मविश्वास एवं सतर्कता बनाये रखने के लिये वेबिनार का आयोजन किया गया।कोरोना महामारी के बीच रेल संचालन में अग्रणी रनिंग कर्मियों को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्य से स्वस्थ व तनाव रहित रहने के टिप्स दिए गए। वेबेक्स के माध्यम से आयोजित संगोष्ठी में चिकित्सक पैनल के डाक्टरडा. शशि भूषण उपाध्याय (एलोपैथ), डा. यू. के. श्रीवास्तव (हौम्योपैथ), डा0 श्री कमलेश तिवारी (मनोचिकित्सक) ने संबोधित किया। ग्रुप संगोश्ठी में कर्मचारियों को दवाओं के विषय में,कोरोना संक्रमण से बचाव, कोरोना होने पर सावधानी व पोस्ट कोविड पेशेन्ट की दिनचर्या पर चर्चा की गयी।
इस संगोष्ठी में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय व प्रयागराज मण्डल के अधिकारी व कर्मचारी मिलाकर लगभग 300 लोगों ने भाग लिया। इस दौरानचिकित्सकों ने स्वस्थ जीवन परिकल्पना के तहत तमाम अफवाहों एवं भ्रम को तार्किक रूप से दूर करते हुये खान-पान, नियमित दिनचर्या, भौतिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर पर विशेष बल दिया।
उन्होने बताया कि,
अवश्य करेंः-
1.कोरोना से बचाव हेतु वैक्सिन के विषय में भ्रम न पालें, अवश्य लगवायें, यह लाभप्रद है।
2.कोरोना के डर को स्वयं पर हावी न होने दें, पुराने गीत व आनन्द दायक प्रकरण पर बातचीत अवष्य करें।
3.वर्तमान परिदृष्य में आचार-विचार, रहन सहन, योग प्रणायाम व सकारात्मकता को दिनचर्या में शामिल करें। अतः संयमित जीवन जियें।
4.कोविड संक्रमित होने पर चिकित्सक से परामर्शकर ही दवा खायें।
5.भाप, आयुष काढ़ा, विटामिन सी का सेवन अवश्य करें।
कदापि न करेंः-
1.स्वयं डाक्टर न बनें किसी परेशानी पर डाक्टर से अवश्य सलाह लें।
2.खांसी, बुखार अथवा स्वांस सम्बन्धी परेशानी पर डरे नहीं, चिकित्सीय सलाह के बिना स्वंय से मनमानी दवा न लें।
3.डरकर अथवा उतावला हो स्वयं से सी.टी. न करायें।
4.महिला कर्मी प्रेगनेन्ट होने अथवा बच्चे के जन्म पर तात्कालिक रूप से बिना चिकित्सक के सलाह पर वैक्सिन न लगवायें।
5.ड्यूटी के दौरान अथवा कार्य स्थल पर कोरोना भय पर चर्चा न करें, स्वयं के आत्मबल को बढ़ाकर रखें।
सेमिनार में संरक्षित संचालन व कोविड से बचाव की चर्चा में वरिष्ठ मण्डल बिजली इंजीनियर (परिचालन) राहुल त्रिपाठी ने सभी रनिंग कर्मियों को वैक्सिन लगाने हेतु प्रेरित व उत्साहित करते हुये संचालन में क्वालिटी रेस्ट लेने की सलाह दी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये वासुदेव पाण्डेय मुख्य क्रू नियंत्रक (परि0) प्रयगराज ने वीर रस की कविता ‘‘हम हैं शेरे बबर हिन्द वाले मौत से डरने वाले नहीं है चाहे लाखों मुसीबत भी आये आह हम भरने वाले नहीं है’’ सुनाते हुये संगोष्ठी में शामिल सभी कर्मचारियों का आत्मबल बढ़ाया व कोविड महामारी से बचे रहने की सलाह दी।
वेबिनार में भाग लेने वाले रनिंग कर्मियों ने कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुये इस प्रकार के आयोजन प्रतिमाह कराने की मांग की ताकि अधिक-से-अधिक कर्मी लाभान्वित हो सके।