उत्तरमध्य रेलवे
जनसम्पर्क कार्यालय
उत्तरमध्य रेलवे,प्रयागराज
पत्रांक: 11पीआर/08/2021 प्रेस विज्ञप्ति दिनांक:14.08. 2021
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रेलगाँवमें कवि सम्मेलन का आयोजन
75 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रेलगाँव, सूबेदारगंज स्धित अधिकारी क्लब में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा,श्रीमती पूनम कुमार कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। इस कवि सम्मेलन में विभिन्न अंचलों से पधारे प्रख्यात कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि समाज एवं राष्ट्र की चेतना को जागृत करने और राष्ट्रीय आदर्शों एवं मानवीय मूल्यों के संरक्षण में हमें और अधिक संवेदनशील बनाने में सरस्वती के उपासक लेखकों, कवियों का अद्वितीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि सूर्य की रश्मियाँ भी जिन सामाजिक विसंगति रूपी गहन अंधकारों का भेदन नहीं कर पाती हैं, वहाँ पर भी साहित्यकार, लेखक, कवि की दृष्टि सरलतापूर्वक पहुँच जाती है और शब्दों के माध्यम से प्रस्फुटित होकर हमारी चेतना को जागृत करती है। भारतीय प्राचीन ग्रंथों से निकली कविता एवं साहित्य की सृजनात्मक धारा ने पूरे राष्ट्र को सांस्कृतिक एकता के मजबूत धागे में बाँधा है। औपनिवेशिक शासन के विरूद्ध आजादी की लड़ाई में कवियों और साहित्यकारों ने अपनी सशक्त लेखनी द्वारा न केवल राष्ट्रीयता की प्रबल भावना को जागृत किया, बल्कि राष्ट्रीय भावधारा के बहुत सारे कवियों एवं साहित्यकारों को स्वतंत्रता संग्राम में कारावास का भी सामना करना पड़ा।
कवि सम्मेलन का संचालन श्री महेन्द्र नाथ ओझा, प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक द्वारा किया गया। कवि सम्मेलन में प्रयागराज के प्रख्यात कवि एवं नवगीतकार यश मालवीय, हास्य एवं व्यंग्य के लोकप्रिय कवि श्लेष गौतम, झांसी के श्री राजकुमार अंजुम तथा झांसी की कवयित्री श्रीमती प्रीता बाजपेई,श्री अनिल अरोड़ा, उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ कवि श्री शैलेन्द्र कपिल द्वारा काव्य पाठ किया गया। कवि सम्मेलन का प्रारंभमहाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार ज्ञान एवंउत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा,श्रीमती पूनम कुमारद्वारा दीप प्रज्जवलन कर तथा वाणी की देवी माँ सरस्वती की वंदना के साथ हुआ ।
श्लेष गौतम ने कहा “बेशक किउसनेफूल नही बिछाए गौतम पर रस्ते से मेरे कांटे कोई चुन तो रहा है”, प्रीता बाजपेई ने अपना परिचय देते हुए अपनी हस्ताक्षर पंक्तियां पढ़ी “त्याग का पर्याय सीता रख लिया है, कर्म का पर्याय गीता रख लिया है, हो गईं हूं जब से प्रेम की पुजारन तो अपना नाम प्रीता रख लिया है।“ शैलेंद्र कपिल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी पंक्तियों में सबको आत्मनिर्भरता का संदेश देते हुए अपनी कविता पढ़ी “मुझे भीख नही चाहिए बाबू’, इसी क्रम में यश मालवीय ने आम वोटर की पीड़ा को रेखांकित करते हुए “आओ भाई रामसुभग” सुनाकर कर सबके सामने वर्तमान परिस्थितियों का रेखाचित्र खींच दिया और अपनी गंभीर रचनाओं से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री अजय माथुर सहित मुख्यालय के सभी प्रधान विभागाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी तथा उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे। कवि सम्मेलन में उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।