सवारी ट्रेनें अब नैनी एवम छिवकी स्टेशनों पर नहीं फंसेगी।
डीएफसी के इस सेक्शन के खुलने से कानपुर की ओर से डीडीयू की ओर आने एवम जाने वाली मालगाड़ियां इरादतगंज लिंक लाइन, छिवकी लिंक लाइन से डीएफसी लाइन से प्रयागराज शहर के बाहर से होकर निकल जाएंगी।
डीएफसी के इस रूट में मालगाड़ियां न्यू चुनार जंक्शन से न्यू कानपुर स्टेशन तक चलेंगी जिस की दूरी 322 किलोमीटर है।
प्रयागराज- ईडीएफसी ने आज न्यू करछना स्टेशन से न्यू सुजातपुर स्टेशन तक लिंक नव निर्मित डबल रेल लाइन के ट्रैक पर इलेक्ट्रिक लोको द्वारा मालगाड़ियों का संचालन कर परीक्षण किया । इस सेक्शन में डीएफसी का न्यू प्रयागराज छिवकी स्टेशन बनाया गया है न्यू करछना से न्यू सुजातपुर स्टेशन तक की दूरी 62.500किमी है।इस दूरी का ट्रैक तैयार हो चुका है जिसमे सिविल, विद्युत कार्य पूर्ण, सिंगनल परीक्षण प्रगति पर है सिंगनल टेस्टिंग पूरी होने के बाद इस रूट में नियमित मालगाड़िया शुरू होगी।
डेडिकटेड फ्रेट कॉर्रिडोर यह उच्च गति और उच्च क्षमता वाले विश्वस्तरीय तकनीक के अनुसार बनाया जाने वाला रेलमार्ग हैं। जिसे विशेष तौर पर माल एवं वस्तुओं के परिवहन हेतु बनाया जाता हैं। डीएफसी मे बेहतर बुनियादी ढांचे और साथ ही अत्याधुनिक प्राधौगिकी का एकीकरण शामिल होता हैं।
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉर्रिडोर यह डेडिकेटेड फ्रेट कॉर्रिडोर पंजाब के लुधियाना से होकर पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक संबंध हैं। वही ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेंट डोर के मार्ग में कोयला खदानें, थर्मल पॉवर प्लांट और औद्योगिक शहर मौजूद हैं। इसके मार्ग में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार शामिल हैं। इस परियोजना का अधिकांश हिस्सा विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉर्रिडोर भारत के परिवहन क्षेत्र में सुधार करेगा और भारतीय रेलवे के ट्रैक मार्गो की क्षमता में बढ़ोतरी करेगा क्योंकि इस मार्ग पर मालगाड़ियों को बिना किसी बाध्यता के स्वतंत्र रूप से आवगमन करेंगी। वर्तमान में भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चलने वाली लगभग 70 प्रतिशत माल गाड़ी डेडिकेटेड फ्रेंट कॉर्रिडोर पर स्थांनातरित कर दी जायेगी जिसके बाद यात्री ट्रेनों को और अधिक रास्ता मिल सकेगा। डेडिकेटेड फ्रेंट कॉर्रिडोर रेल लाइन को भारतीय रेलवे की रेल लाइनों की तुलना में अधिक भार उठाने के लिए डिजाइन किया गया है जो की व्यावसायिक व व्यापारिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं इस नये फ्रेट रेल मार्ग से भारतीय रेलवे की मुख्य लाइनों पर अधिक गाड़ियां चलाई जा सकेगी जिससे भारतीय ट्रेने अधिक समयबद्ध हो सकेगी।
इसमे रसद लागत कम हो जायेगी उच्च ऊर्जा दक्षता माल की त्रिवता से आवाजाही यह पर्यावरण से अधिक अनुकूल हैं।
यह व्यापार की सुगमता प्रदान करेगा जो रोजगार सृजन मे सहायक हैं। मुख्य महाप्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया की न्यू करछना स्टेशन से न्यू सुजातपुर स्टेशन तक नवनिर्मित डबल रेल लाइन ट्रैक पर आज मालगाड़ियों का संचालन का सफल परीक्षण किया गया आज से इस ट्रैक पर इस रूट में मालगाड़ियों का संचालन होगा। *इस दौरान मुकेश कुमार जैन कार्यकारी निदेशक परियोजना , मुख्य महाप्रबंधक श्री ओमप्रकाश पूर्व, ए.एस तोमर महाप्रबंधक एस एंटी ,अनुराग यादव महाप्रबंधक सह पश्चिम, श्री पी .के.पाठक डिप्टी सीपीएम इंजीनियरिंग पश्चिम, श्री कमल शर्मा टीम लीडर पीएमसी, श्री राज सिंह टाक जीएमआर प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एलएनटी के अनूद कौल आदि लोग मौजूद रहे।
ओमप्रकाश मुख्य महाप्रबंधक।
अब इस रूट पर मालगाड़ियों की आवाजाही शुरू हो जाएगी । इस खंड के खुलने से डीडीयू की ओर से आने एवं जाने वाली मालगाड़ियां वाया छिवकी लिंक लाइन और इरादतगंज लिंक लाइन होकर शहर के बाहर से होकर चलेंगी , जिसमे मुंबई जाने वाली सवारी ट्रेनें अब नैनी और छिवकी स्टेशनों पर नहीं फंसेगी।