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29-03-2023
उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालयमेंक्षेत्रीयराजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित

उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालयमेंक्षेत्रीयराजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित                                                                                                                                   त्रैमासिकराजभाषा पत्रिका ‘रेल संगम' के सिविल इंजीनियरी विभाग विशेषांक का हुआ विमोचन                                                                                                उत्‍तर मध्‍यरेलवे मुख्‍यालय में महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार की अध्‍यक्षता में क्षेत्रीयराजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शामिल अधिकारियों कोसंबोधित करते हुए श्री सतीश कुमार ने कहा कि सरकारी कार्य राजभाषा में निष्‍पादितकरना हमारा संवैधानिक, राष्‍ट्रीय एवं नैतिक दायित्‍व है। उत्‍तरमध्‍य रेलवे यह दायित्‍व कुशलतापूर्वक निभाए, इसमें हम सब की महत्‍वपूर्ण भूमिकाहै। हिंदी भाषी क्षेत्र में स्थित कार्यालयों में राजभाषा के शत-प्रतिशत प्रयोग केलिए यह अपेक्षा की जाती है कि राजभाषा कार्यान्‍वयन की सभी मदों में पूरीप्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जाए। उत्‍तर मध्‍य रेलवे में हिंदी केप्रयोग-प्रसार के लिए एक अनुकूल वातावरण बना है, यही कारणहै कि हमारी रेलवे राजभाषा हिंदी के कार्यान्‍वयन में अग्रणी भूमिका निभा रही हैऔर हमें निरंतर ही महत्वपूर्ण पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो रहे हैं। राजभाषा केउत्कृष्ट प्रयोग-प्रसार के लिए उत्‍तर मध्‍य रेलवे को रेलमंत्री राजभाषा शील्ड सेसम्‍मानित करने की घोषणा की गई है। रेलवे बोर्ड की विभिन्‍न प्रोत्‍साहन योजनाओंके अंतर्गत हमारे कई अधिकारियों और कर्मचारियों को भी पुरस्‍कृत किया गया है। इन पुरस्कारोंऔर उपलब्धियों से जहाँ एक ओर हमारे मनोबल में वृद्धि होती है, वहीं दूसरी ओर अपनेकार्यों को निरंतर पूरी कुशलता के साथ पूरा करने की अपेक्षाएं भी बढ़ती हैं। भविष्‍यमें भी इन अपेक्षाओं पर अपने को खरा साबित करने के लिए हमें सतत प्रयास करते रहनाहोगा। श्री सतीश कुमार ने कहा कि उत्‍तर मध्‍य रेलवे के अधिकतर कर्मचारी हिंदीभाषी हैं और अपने कामकाज की भाषा में केवल हिंदी का ही प्रयोग करते हैं। अत:राजभाषा कार्यान्‍वयन को और अधिक गति‍शील बनाने हेतु मुख्‍यालय, मंडल कार्यालय तथाप्रशासनिक कार्यालयों द्वारा जारी किए जाने वाले संरक्षा से संबंधित सभी परिपत्रों, कार्य निर्देशों, कर्षण संचालननियम, स्टेशन संचालन नियम, गेट संचालन नियम तथा पीसीई सर्कुलर आदि का अनिवार्य रूपसे हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी में जारी किया जाना सुनिश्चित किया जाए, ताकि संबंधितकर्मचारी उसे अच्‍छी तरह से समझ कर उसका समुचित अनुपालन सुनिश्‍चित कर सकें। इसकेअतिरिक्‍त रेलवे द्वारा समय समय पर अपनायी जाने वाली नई टेक्‍नोलॉजी से संबंधितजानकारियों को भी सरल हिंदी में उपलब्‍ध कराया जाए। कार्यालयों में राजभाषाअधिनियम और नियम के प्रावधान, विशेषतः धारा 3(3), सभीप्रकार के पत्राचार, टिप्पणियाँ, डिक्टेशनआदि में हिंदी अथवा हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप के प्रयोग में हासिल प्रगति कोबनाए रखा जाए और अपेक्षित लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास किया जाए। महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने सभीअधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी निरीक्षण नोट हिंदी या मिली-जुली भाषा मेंबनाएं और अपने निरीक्षणों के दौरान अनिवार्य रूप से राजभाषा प्रगति का भी जायजा लें।उन्‍होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी हिदायत दी कि स्‍टेशनों पर सभी सूचनाएं, समयसारणी, किरायासूची, इलेक्‍ट्रानिकडिस्प्ले बोर्ड इत्‍यादि में अनिवार्य रूप से हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं काप्रयोग सुनिश्चित किया जाए। रेल यात्रियों एवं उपयोगकर्ताओं की सुविधा एवं जानकारीके लिए लगाए जाने वाले किसी भी नए इलेक्‍ट्रानिक डिस्‍प्‍ले बोर्ड, साइनेज, सूचनाबोर्ड आदि को प्रयोग में लाने के पूर्व यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि इनमेंहिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं में सूचनाओं को प्रदर्शित करने की सुविधा उपलब्‍ध होऔर किसी भी सूचना बोर्ड आदि में भाषा और वर्तनी संबंधी अशुद्धियां न हों। बैठक केप्रारंभ में महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने मुख्‍यालय की त्रैमासिक राजभाषापत्रिका ‘रेल संगम' के सिविल इंजीनियरी विभाग विशेषांक का विमोचनकिया तथा रेलवे बोर्ड की विभिन्‍न प्रोत्‍साहन योजनाओं के अंतर्गत पुरस्‍कृतअधिकारियों और कर्मचारियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया।बैठक के प्रारंभमें मुख्‍य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री मनीष कुमारगुप्‍ता ने समिति के सभी सदस्‍यों को राजभाषा के प्रयोग प्रसार बढ़ाने के लिए किएगए कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि पिछली बैठक के बाद से कई हिंदी कार्यशालाएंआयोजित की गई तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपना अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करने का व्‍यावहारिकप्रशिक्षण दिया गया। प्रख्‍यात साहित्‍यकार बाबू वृंदावन लाल वर्मा कीजयंती के अवसर पर साहित्यिक संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया। वैगन मरम्मत कारखाना,झाँसी तथा सीएमएलआर कारखाना, झाँसी में चिह्नित स्थानों पर हिंदी में महापुरुषोंके सुविचार, कार्य निर्देश एवं संरक्षा निर्देश बोर्ड लगवाए गए। मुख्‍य राजभाषाअधिकारी श्री मनीष कुमार गुप्‍ता ने समिति को बताया कि राजभाषा हिंदी काप्रयोग-प्रसार और अधिक बढ़ाने के उद्‍देश्‍य से प्रत्येक माह मुख्यालय में विभागोंऔर मंडलों में शाखाओं में राजभाषा में किए जा रहे कार्यों की प्रदर्शनी लगाई गई औरराजभाषा में किए गए कार्यों की समीक्षा की गई।बैठक में अपर महाप्रबंधक श्री चंद्र प्रकाश गुप्ता औरप्रधान कार्यालय के सभी प्रधान विभागाध्‍यक्ष एवं अन्‍य अधिकारीगण उपस्थित थे। मंडलोंके अपर मंडल रेल प्रबंधक, कारखानों के मुख्‍य कारखाना प्रबंधक एवं अन्‍य सदस्‍यअधिकारियों ने बैठक में ऑनलाइन सहभागिता की। सभी अधिकारियों ने अपने-अपनेकार्यालयों में हो रही राजभाषा प्रगति से महाप्रबंधक को अवगत कराया। बैठक कासंचालन वरिष्‍ठ राजभाषा अधिकारी श्री चन्‍द्र भूषण पाण्‍डेय द्वारा किया गया। उप मुख्‍यराजभाषा अधिकारी एवं उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/वित्त एवं बजट श्रीशैलेन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।




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