उत्तर मध्य रेलवे
जनसम्पर्क कार्यालय
उत्तर मध्य रेलवे
प्रयागराज
पत्रांक:11पीआर/07/2019प्रेस विज्ञप्ति दिनांक:16.07.2019
गाड़ी सं 12417/18 प्रयागराज एक्सप्रेस के 35 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर मनाई गईकोरल सालगिरह एवं कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
प्रयागराज शहर की लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित गाड़ी प्रयागराज एक्सप्रेस के 35 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर दिनांक 16.07.2019 को इसकी कोरल सालगिरह (Coral Anniversary) मनाई गईएवं 16 जुलाई, 1984 को इस गाड़ी के शुभारंभ के अवसर पर सेवा प्रदानकरने वाले रेल कर्मचारियों को सम्मानित करने हेतु इलाहाबाद जं पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ,कर्मचारियों एवं आये हुए अन्य सम्मानित जन को कोरल सालगिरह बैज लगाये गए एवं प्रयागराज एक्सप्रेस की जीवन गाथा के बारे में विस्तार से बताया गया तथा डाकुमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई। तत्पश्चात महाप्रबंधक महोदय द्वारा इस गाड़ी के प्रथम परिचालन से जुड़े कर्मचारी श्री शीतला प्रसाद श्रीवास्तव, श्री वी एम दुबे,श्री डी एन सक्सेना,श्री गजेन्द्र सिंह ,श्री राम रतन, श्री प्रताप सिंह,श्री विदित तिवारी,श्री अजय गुप्ता, श्री एम पी सिंह ,श्री राम सिंह ,श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव ,श्री विष्णु चंद शुक्ला, श्री रामजी सिंह ,श्री सुनील कुमार छिब्बर, श्री विनोद नाविक,श्री तौकीर अहमद,श्री शंकर लाल, श्री नवल किशोर सहितकुल 18 कर्मचारियों को प्रमाण पत्र एवं मेमेंटोप्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त अधिकारियों एवं उपस्थित अन्य गणमान्य को भी यादगार स्वरुप मेमेंटो प्रदान किया गया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक महोदयने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रयागराज एक्सप्रेस उत्तर मध्य रेलवे ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारतीय रेलवे की महत्वपूर्ण गाड़ियों में से एक है, यह बहुत ही लोकप्रिय गाड़ी है, इस कारण प्रयागराज एक्सप्रेस के 16 जुलाई, 1984 से प्रारम्भ होने के बाद से लगातार इस गाड़ी को यात्रियों के लिए अधिक से अधिक सुविधाजनक तथा तकनीकी रुप से अप-ग्रेड किया जा रहा है। शुभारम्भ के समय इस गाड़ी में प्रथम श्रेणी के 04 कोच, स्लीपर क्लास के 07 कोच, जनरल के 04कोच तथा 02 एसएलआर सहित कुल 17 कोच थे। उस समय इसमेंICF/Screw Coupling वाले लाल रंग के कोच लगाये जाते थे जिसमें वैक्यूम ब्रेक का प्रयोग किया जाता था। इस गाड़ी की लोकप्रियता के कारण बाद में इसके कोचों की संख्या में वृद्धिकरते हुए इसे 21कोच का किया गया।वर्ष 2003 में पुराने कोचों को बदल कर नीले रंग के ICF कोचों को लगाया गया, जिसमें वैक्यूम ब्रेक की जगह एयर ब्रेक का इस्तेमाल किया जाता था और कोचों की संख्या को भी बढ़ा कर 24कोच कर दिया गया। 18 दिसंबर 2016 को प्रयागराज एक्सप्रेस में पुराने ICF कोचों की जगह नये LHB (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाये गये। यात्रियों की सुरक्षित, आरामदायक एवं सुखद यात्रा हेतु नये एलएचबी (LHB) कोच ICF कोचों से ज्यादा हल्के और लम्बे हैं। इनसे बिजली की खपत में कमी आई है साथ ही साथ हर कोच में पहले से अधिक संख्या में यात्री यात्रा कर रहे है। स्टील की हल्की लेकिन बेहद मजबूत बाडी होने के कारण एलएचबी कोचों में तेज गति से चलने के दौरान आवाज और कंपन काफी कम होता है। एलएचबी रेक के वातानुकूलित कोचों में अच्छी़ एयरकंडीशनिंग होने के साथ हयूमिडिटी कंट्रोल भी है। प्रकाश व्यवस्था भी पुराने कोचों से बेहतर है। बड़ी खिड़कियां, बायो टॉयलेट, सभी एसी सीटों पर लैंप और ध्वनि इन्सुलेशन इस गाड़ी के एलएचबी कोचों की विशेषताएं हैं।
कुंभ के समय आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति का एहसास कराने एवं कोचों की सुन्दरता बढ़ाने हेतु प्रयागराज एक्सप्रेस के कोचों पर कुम्भ मेला थीम आधारित विनायल रैपिंग (Vinyl wrapping) की गई है। यात्रियों को नवीनतमसुविधा प्रदान करने के क्रम में आने वाले स्टेशन की जानकारी प्रदान करने हेतु जीपीएस आधारित लोकेशन डेस्टिनेशन डिस्प्ले बोर्ड भी लगाने की तैयारी की जा रही है। प्रयागराज एक्सप्रेस के 35 वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर आज से इस गाड़ी में HOG (Head on Generation) की सुविधा भी प्रारंभ कर दी गई है जिससे प्रति वर्ष लगभग ₹एक करोड़ की विद्युत ऊर्जा की बचत होगी तथा ध्वनि एवं वायु प्रदुषण में भी कमी आयेगी। प्रयागराज एक्सप्रेस उत्तर मध्य रेलवे की पहली ISO 9001 प्रमाणित ट्रेन है। यह बहुत ही लोकप्रिय गाड़ी है तथा इसकी समय पालनता लगभग शत प्रतिशत सुनिश्चित करने हेतु इसे रेलवे द्वारा उच्च प्राथमिकता के साथ चलाया जाता है, यही कारण है कि इसकी हर सफर में सभी आरक्षित तथा अनारक्षित सीटें फुल रहती हैं।
आज प्रयागराज एक्सप्रेस के 36 वें जन्मदिवस के अवसर पर केक काटा गया तथा प्रयागराज एक्सप्रेस में आज यात्रा करने वाले समस्त यात्रियों का मुंह मीठा कराते हुए सभीको टाफी खिलाई गईइसके अतिरिक्त इस शुभ अवसर पर आज प्रयागराज एक्सप्रेस में वातानुकूलित कोच के यात्रियों के लिनेन विशेष रूप से तैयार किये गए काटन बैग में प्रदान किया गया। यात्री यादगार स्वरुप काटन बैग को अपने घर ले जा सकेंगे। कार्यक्रम के अंत में मंडल रेल प्रबंधक श्री अमिताभ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्री अमिताभ एवं उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय एवं मंडल के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।