भारतीय रेलवे में कर्षण मशीन शेडकी मरम्मत व रिवाईन्डिंग हेतु दूसरा सबसे बड़ा संस्थान कर्षण मशीन शेड, कानपुर है । मुगलसराय- दिल्ली रेल खंड के विद्युतीकरण के पष्चात तात्कालिक विद्युत लोको के कर्षण मोटर-एमजी-1580 एवं एमजी-710 और आक्जलरी मशीनों की रिवाईन्डिग हेतु सन् 1973 में कर्षण मशीन शेड, कानपुर की स्थापना हुई थी । विद्युतीकरण के विस्तार के कारण एनसीआर के अलावा एनआर, डब्लूसीआर, डब्लूआर, ईसीआर, ईसीओआर, एवं एसईसीआर के कर्षण मशीनों की मरम्मत की जिम्मेदारी कर्षण मशीन शेड , कानपुर निभा रहा है
पिछले कई दशकों में भारतीय रेल की बढ़ती हुई आवष्यकताओं हेतु नई तकनीक के विद्युत इंजन प्रयोग में लाये गये है । कर्षण मशीन शेड , कानपुर इस चुनौती को हमेषा स्वीकार करता रहा है और नये डिजायन के कर्षण मशीनों की मरम्मत की तकनीक विकसित की है । इससे न्यूनतम मूल्य पर विद्युत इंजनों का रखरखाव सम्भव हो सका है । इस शेड में मरम्मत किये गये कर्षण मशीनों की विष्वसनीयता नयी मशीनों के बराबर रही है । इसी क्रम में भारतीय रेल के कारपोरेट लक्ष्य को पाने हेतु हाल ही की कुछ तकनीक प्रगति निम्न हैं:-
1.1. WAG-9 एवं WAP-7 विद्युत इंजन में प्रयोग होने वाली 6FRA6068 थ्री फेज़ कर्षण मोटर स्टेटर की रि-वाईन्डिग के लिये तैयारी कर ली है।
1.2. आर0डी0एस0ओ0 के सहयोग से कर्षण मोटर टाइप HS15250A(Hitachi TM) की इन्सूलेशन स्कीम के अनुरूप टी0एम0टाइप TAO659 एवं TM4601 की रि-वाईन्डिग/रिपेयर के लिए समान इन्सूलेशन स्कीम विकसित की गई है।
1.3. कर्षण मोटर टाइप HS15250A( Hitachi TM) में प्रयोग होने वाली एपोक्सी आधारित इन्सूलेशन स्कीम अब TAO659 and TM4601 में प्रयोग की जा रही है।
1.4. WAG-9 एवं WAP-7इनमे में प्रयोग होने वाली 6FRA 6068 तरह की थ्री फेज कर्षण मोटर के रोटर की रि-क्लेमिनेशन रि-षाफ्टिंग द्वारा करना ।
1.5. WAG9/WAP7/WAP5तरह के इंजनो में प्रयोग होने वाले इनवर्टर आपूर्तित ऑक्जलरी मोटरों मे करोना रेजिस्टेन्ट इनामिल्ड कॉपर वायर का प्रयोग किया जा रहा है।
1.6. कर्षण मोटर, आर्मेचर, (TAO-659, HS15250 & EMU 4601)रि-शॉफ्टिंग एवं उत्तम माइनर रिपेयरिंग का कार्य हो रहा है।
1.7. TAO-659 के स्टेटर की रिपेयरिंग के साथ-साथ एकल क्वायल रूपान्तरण किया जा रहा है।
1.8. टी0एम0स्टेटर (TAO-659, HS15250 & EMU 4601)के लिए क्वायलों का निर्माण, एवं क्यायल को और विष्वसनीय बनाने हेतु अनवरत सुधार करना ।
1.9. परम्परागत् विद्युत इन्जन में प्रयोग होने वाली सहायक मोटरों की रि-वाईन्डिग ।
1.10. स्मूथनिंग रियेक्टर की मरम्मत व रिहैबीलीटेशन करना ।