उत्तर मध्य रेलवे
यांत्रिक विभाग
मुख्यालय में यांत्रिक विभाग की संगठनात्मक संरचना (क्लिक करें )
यांत्रिक विभाग यात्री डिब्बों, माल डिब्बों, डीजल इंजनों, डीएमयू और क्रेन सहित रोलिंग स्टॉक के रखरखाव की जिम्मेदारी के साथ निहित है। इसके अलावा, विभाग कारखानों , शेडों और अन्य कार्य केंद्रों में बड़ी संख्या में मशीनरी और संयंत्र भी रखता है। विभाग रोलिंग स्टॉक, मशीनरी और प्लांट की खरीद के लिए योजना भी तैयार करता है और ट्रेन संचालन में स्टॉक की सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है। इसके अलावा पर्यावरण तथा गृह प्रबंधन विभाग भी यांत्रिक विभाग के आधीन कार्यरत है |
प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता यांत्रिक विभाग के समग्र प्रभारी हैं। वे विभाग से संबंधित सभी प्रशासनिक और तकनीकी मामलों पर महाप्रबंधक को रिपोर्ट करते हैं तथा सलाह देतें हैं ।
मुख्यालय कार्यालय
मुख्यालय में पदस्थापित यांत्रिक अधिकारियों के अधिकार एवं कर्तव्य
प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजिनियर
यांत्रिक विभाग के समग्र प्रभारी हैं। उनका तीन यांत्रिक कार्यशालाओं, आरएसके-सिथौली, डब्ल्यूआरडब्ल्यूएस-जेएचएस और सीएमएलआर-झांसी पर तकनीकी और प्रशासनिक नियंत्रण है। इसके अलावा, डीजल शेड, कोचिंग डिपो और फ्रेट डिपो पर भी उनका तकनीकी नियंत्रण है।
इस कार्य में उन्हें कई वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारी मुख्य चल स्टॉक इंजिनियर /कोचिंग , मुख्य चल स्टॉक इंजिनियर /फ्रेट , मुख्या चल शक्ति इंजिनियर /डीजल , मुख्य कारखाना इंजिनियर, मुख्य यांत्रिक इंजिनियर/योजना द्वारा सहायता प्रदान की जाती है, जो क्रमशः यांत्रिक विभाग के कोचिंग, फ्रेट, डीजल, कार्यशाला और योजना अनुभाग के प्रभारी भी हैं। मुख्यालय में यांत्रिक अधिकारियों के कर्तव्यों का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है:
मुख्य कारखाना इंजिनियर
मुख्य कारखाना इंजिनियर कारखानों के संचालन के लिए सीधी जिम्मेदारी निहित है । उनकी मुख्य जिम्मेदारियों में सभी कारखानों का प्रशासन, भंडार विभाग के साथ समन्वय में सामग्री की उपलब्धता की निगरानी, रोलिंग स्टॉक से संबंधित ड्राइंग और विनिर्देशों का रखरखाव और कार्यशालाओं पर बजटीय नियंत्रण शामिल हैं।
उमरे के आधीन विभिन्न कारखाने निम्नवत हैं: -
1. वैगन रिपेयर वर्कशॉप, झांसी
2. रेल स्प्रिंग कारखाना, सिथौली, ग्वालियर।
3. कोच मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन वर्कशॉप, झांसी
मुख्य चल शक्ति इंजिनियर/डीजल
यांत्रिक विभाग के संबंध में, मुख्य चल शक्ति इंजिनियर/डीजल डेमू के रखरखाव एवं आपदा प्रबंधन सम्बंधित मामलों पर सीधा नियंत्रण रखते हैं ।
मुख्य चल शक्ति इंजिनियर/डीजल के प्रशासनिक नियंत्रण क्षेत्र में डेमू शेड/आगरा तथा झांसी, खैराद, चुनार, जीएमसी (कानपुर), और वैगन रिपेयर वर्कशॉप, झांसी में स्थित वे ब्रिजों के रखरखाव एवं संचालन निहित हैं |
मुख्य चल स्टॉक इंजिनियर (कोचिंग)
मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (कोचिंग) की जिम्मेदारियों में एनसीआर में कोचिंग स्टॉक का संचालन और रखरखाव शामिल है। इसके अलावा , कारखानों के समन्वय से संबंधित सामग्री की उपलब्धता और सुविधा संबंधित यात्री शिकायतों की निगरानी/निवारण सुनिश्चित करना भी इनकी कर्तव्यों में निहित हैं |
मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (कोचिंग) का प्रशासनिक नियंत्रण क्षेत्र में उमरे के 08 कोचिंग डिपो भी आते हैं जो कि प्रयागराज, कानपुर, झांसी, ग्वालियर, खुर्जा, आगरा कैंट, आगरा किला और मथुरा में स्थित हैं |
मुख्य चल स्टॉक इंजिनियर (फ्रेट)
मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (फ्रेट) एनसीआर में फ्रेट स्टॉक के संचालम और रखरखाव के लिए जिम्मेदार हैं । इसके अलावा, वे फ्रेट स्टॉक के रखरखाव में सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्टोर और कारखानों के साथ समन्वय भी करते हैं |
मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (फ्रेट) का प्रशासनिक नियंत्रण एनसीआर के 03 फ्रेट डिपो जीएमसी (कानपुर), बाद तथा झांसी में फैला है। इसके अलावा, वे जीएमसी, बाद , झांसी तथा दादरी में स्थित 04 एग्जामिनेशन पॉइंट्स पर की जाने वाली गतिविधियों की देखरेख भी करते हैं ।
मुख्य यांत्रिक अभियंता (योजना)
कारखाना /उत्पादन इकाइयों और विभिन्न डीजल शेडों, कैरिज और वैगन डिपो और सिक लाइन और ट्रेन परीक्षा स्टेशनों में मशीन और संयंत्रों की बुनियादी सुविधाओं और उपलब्धता की समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए ताकि प्रभावी विनिर्माण / रखरखाव गतिविधियों को सुविधाजनक बनाया जा सके। मुख्य यांत्रिक अभियंता (योजना) कार्यों, मशीन और संयंत्र कार्यक्रम के माध्यम से ऐसी सुविधाएं प्रदान करने और प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए रेलवे बोर्ड से उनकी स्वीकृति प्राप्त करने के लिए समन्वय अधिकारी हैं।
मुख्य पर्यावरण एवं गृहप्रबंधक
2015 में स्थापित, पर्यावरण एवं गृहप्रबंधन विंग का नेतृत्व मुख्य पर्यावरण एवं गृह प्रबंधक द्वारा किया जाता हैं, जिनकी जिम्मेदारियों में पर्यावरण संबंधित मामलों की निगरानी और समन्वय निहित हैं। इसके अलावा, कोचिंग ट्रेनों, कोचिंग डिपो और स्टेशनों पर हाउसकीपिंग गतिविधियों का प्रबंधन भी उनके कर्तव्यों के दायरे में आता है।
(12/07/2021 को अपडेटेड)