महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे
इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (आईआरएसईई) के अधिकारी श्री प्रमोद कुमार ने शुक्रवार दिनांक 30.07.2021 को उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण कर लिया है।श्री प्रमोद कुमार भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के 1984 परीक्षा बैच के अधिकारी हैं और उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए भारतीय रेल की सेवा की है।
श्री प्रमोद कुमार का लियन मध्य रेलवे के साथ है और अपने कैरियर के प्रारंभ में उन्होंने थोड़े समय के लिए आगरा में (परिवीक्षा के दौरान) सहायक बिजली इंजीनियर/ कर्षण वितरण के रूप में कार्य किया।इसके बाद उन्होंने चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में जूनियर और सीनियर स्केल में काम किया।
श्री कुमार ने मध्य रेलवे के झांसी और जबलपुर मंडलों में विद्युत इंजीनियरिंग संबंधी विभिन्न कार्य क्षेत्रों जैसे कर्षण वितरण, इंजनों के रखरखाव और संचालन, निर्माण, सामान्य सेवाओं आदिमें कार्य किया।उन्होंने न्यू कटनी जंक्शन पर इलेक्ट्रिक लोकोशेड की स्थापना में भी अग्रणी भूमिका निभाई।मुख्य परियोजना निदेशक/आरई/जयपुर के पद पर काम करते हुए भारतीय रेल की पहली हाई राइज़ ओएचई की स्थापना,उनके उल्लेखनीय योगदानों में से एक है।
श्री कुमार को अपने विषय से संबंधित तकनीकी कार्यों के ज्ञान एवं अनुभव के अलावा सामान्य प्रशासन में भी कार्य करने का वृहत अनुभव है। उन्होंने अपर मंडल रेल प्रबंधक जयपुर, मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक, दक्षिण रेलवे के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में, वह अपर महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के रूप में कार्यरत थे,
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में खुर्जा के मूल निवासी, श्री कुमार का उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे द्वारा सेवित क्षेत्र से पुराना जुड़ाव है। श्री कुमार दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट आगरा के पूर्व छात्र हैं, जहां से उन्होंने 1984 में बीएससी इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल) स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने 2003 से 2006 के दौरान झांसी मंडल में और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 2007 से 2009 तक कार्य किया है।प्रयागराज के साथ उनका जुड़ाव 2006से है, जब उन्होंने उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोर और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में मुख्य बिजली सेवा इंजीनियर (सीईएसई) के रूप में कार्य किया, जहां वे विभिन्न अवसंरचना कार्य संबंधी योजना और निष्पादन से जुड़े थे।